Saturday, 31 August 2013

एशिया कप हॉकी के फाइनल में पहुंचा भारत, मलेशिया को 2-0 से हराया, विश्व कप के लिए भी किया क्वालीफाई

एशिया कप हॉकी के फाइनल में पहुंचा भारत, मलेशिया को 2-0 से हराया, विश्व कप के लिए भी किया क्वालीफाई

इपोह (मलेशिया), 30 अगस्त 2013 | अपडेटेड: 09:55 IST

भारतीय हॉकी टीम
भारतीय हॉकी टीम
विश्व कप 2014 में जगह लगभग पक्की कर चुके भारत ने शुक्रवार को मलेशिया को 2-0 से हराकर नौवें एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई. भारत को फाइनल में दक्षिण कोरिया से भिड़ना है जो पहले ही विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर चुका है. ऐसे में भारत और मलेशिया पहले और दूसरे रिजर्व के रूप में भी विश्व कप के लिए लगभग क्वालीफाई कर गए हैं.
मलेशिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले से पहले भारत को अच्छी खबर मिली जब गत चैम्पियन कोरिया ने सुल्तान अजलन शाह स्टेडियम में खेल गए पहले सेमीफाइनल में रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को 2-1 से हरा दिया.
तीन बार के चैम्पियन पाकिस्तान की हार का मतलब हुआ कि भारत और मलेशिया का विश्व कप में स्थान लगभग पक्का हो गया है. इसकी आधिकारिक पुष्टि हालांकि नवंबर में ओसियाना कप की समाप्ति के बाद ही होगी. वर्ष 1971 में विश्व कप की शुरूआत के बाद यह पहला मौका होगा जब पाकिस्तान इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होगा.
इस खबर से उत्साहित भारत ने मेजबान टीम के खिलाफ सेमीफाइनल में आत्मविश्वास के साथ शुरूआत की और शुरूआती मिनटों में ही गोल दागकर घरेलू दर्शकों को हैरान कर दिया.
रघुनाथ ने आठवें मिनट में भारत के पहले पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करके टूर्नामेंट में अपने गोलों की संख्या को सात तक पहुंचाया. शुरूआत में हालांकि गेंद मेजबान टीम के अधिक कब्जे में रही और उसे गोल करने के कुछ मौके भी मिले.
मलेशिया के फैजल सारी काफी करीब से गोल करने से चूक गए जबकि इसके एक मिनट बाद नाबिल फिकरी मोहम्मद नूर को सिर्फ भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को छकाना था लेकिन वह नाकाम रहे. मलेशिया ने पूरे मैच के दौरान कई मौके बनाए लेकिन गोलकीपर श्रीजेश की अगुआई वाले भारतीय डिफेंस को नहीं भेद पाए.
भारत मध्यांतर से चार मिनट पूर्व दूसरे पेनल्टी कार्नर पर अपनी बढ़त को दोगुना कर देता लेकिन मलेशिया के गोलकीपर कुमार सुक्रमण्यम ने रूपिंदर पाल सिंह के हमले को नाकाम कर दिया. मलेशिया ने इसके बाद कई और मौके गंवाए. टीम ने अच्छे प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली.
दूसरे हॉफ के शुरूआती 10 मिनट में टीम को लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन श्रीजेश ने विरोधी टीम को बराबरी हासिल नहीं करने दी. घरेलू दर्शकों को उस समय काफी मायूसी हाथ लगी जब इजवान फिरदौस अहमद ताजुद्दीन ने 58वें मिनट में बेहद आसान मौका गंवा दिया.
भारतीय खिलाड़ियों ने इसके बाद पलटवार किया. मनदीप सिंह ने रमनदीप के साथ मिलकर शानदार मूव बनाया और 60वें मिनट में भारत को 2-0 से आगे कर दिया. यह मनदीप का टूर्नामेंट में पांचवां गोल था. मलेशिया ने अंतिम मिनटों में गोल करने के कई प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली. भारत फाइनल में कोरिया से भिड़ेगा जिसे पूल चरण में उसने 2-0 से हराया था.



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