Saturday 31 August 2013

रविवार से मोबाइल कंपनियों के लिए नए दिशा-निर्देश

रविवार से मोबाइल कंपनियों के लिए नए दिशा-निर्देश

नई दिल्ली/इंटरनेट डेस्क | अंतिम अपडेट 31 अगस्त 2013 5:46 PM IST पर
new mobile radiation norms from September 1
रविवार से मोबाइल कंपनियों को मोबाइल ‌रेडिएशन के नए दिशा-निर्देशों पर काम करना होगा।

मोबाइल फोन और मोबाइल टावर से निकलने वाला रेडिएशन सेहत के लिए खतरा भी साबित हो सकता है। मोबाइल कंपनियों को रखना होगा इनसानों की सेहत का भी ध्यान। इसलिए मोबाइल कंपनियों को कम से कम रेडिएशन पैदा करने वाले हैंडसेट की बिक्री करनी होगी।

दूरसंचार मंत्रालय ने मोबाइल कं‌पनियों के लिए मोबाइल रेडिएशन को कम करने के लिए नए मानक तैयार किए हैं। मोबाइल कंपनियों को 1 सितंबर से नए दिशा-निर्देशों के अनुसार मोबाइल को तैयार करना होगा या इम्पोर्ट करना हो।

मोबाइल रेडिएशन के नए मानक के अनुसार 6 मिनट मोबाइल फोन इस्तेमाल के समय एसएआर (स्पेसिफिक अब्जॉर्पशन रेट) 1.6 वॉट होना चाहिए। मोबाइल कंपनियों को हैंडसेट की ‌बिक्री के समय एसएआर को दर्शाना होगा।

नए स्पेसिफिक अब्जॉर्पशन रेट के साथ भारत उन चुनिंदा देशों में से एक होगा‌, जिन देशों में एसएआर रेट मनुष्य के एक ग्राम ऊतक पर 1.6 वॉट प्रति किलोग्राम प्रति 6 मिनट के अंतराल से है।

मोबाइल फोन और मोबाइल टॉवर के रेडिएशन से सिरदर्द, सिर में झनझनाहट, लगातार थकान महसूस करना, चक्कर आना, डिप्रेशन, नींद न आना, आंखों में ड्राइनेस, काम में ध्यान न लगना, कानों का बजना, सुनने में कमी, याददाश्त में कमी, अनियमित धड़कन, जोड़ों में दर्द आदि समस्याओं की भी बात सामने आई है।

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