Saturday, 31 August 2013

आसाराम बापू गिरफ्तार

आसाराम बापू गिरफ्तार

Updated on: Sun, 01 Sep 2013 12:43 AM (IST)
asaram bapu
आसाराम बापू गिरफ्तार
इंदौर। नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोपी कथावाचक आसाराम बापू को शनिवार देर रात जोधपुर पुलिस ने इंदौर आश्रम से गिरफ्तार कर लिया। दस गाड़ियों के काफिले के साथ आसाराम को ले जाया गया। गिरफ्तारी के वक्त करीब एक हजार पुलिसकर्मी तैनात थे।
उन पर कानूनी कार्रवाई को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। पुलिस की गिरफ्त से बचने की पल दर पल क्षीण पड़ती आशा के बीच आसाराम भोपाल से शुक्रवार रात सड़क मार्ग से इंदौर आ गए लेकिन उनकी मौजूदगी पर तब तक पर्दा पड़ा रहा जब तक उनके आश्रम में पुलिस नहीं पहुंच गई। इधर, जोधपुर से चला पुलिस दल भी देर शाम इंदौर पहुंच गया। आसाराम के बेटे नारायण साईं ने पिता के बीमार होने की बात कहकर पुलिस के समक्ष उनकी पेशी को टालने की कोशिश की लेकिन इंदौर पहुंचे राजस्थान पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि पूछताछ के लिए आसाराम फिट हैं। रात करीब साढ़े नौ बजे उन्होंने पूछताछ शुरू भी कर दी थी।

यौन उत्पीड़न से जुड़े सवालों से बचते घूम रहे आसाराम के लिए शनिवार का दिन मुश्किलों भरा रहा। कई घंटे तक उनकी मौजूदगी रहस्य के घेरे में रही। बाद में आसाराम के वकील ने पुष्ट कर दिया कि कथावाचक अपने इंदौर आश्रम में ही हैं। इंदौर के खंडवा रोड स्थित आश्रम के भीतर और बाहर मौजूद उनके समर्थकों का मूड भांपते हुए जिला प्रशासन ने वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी। करीब तीन सौ पुलिसकर्मियों को आश्रम के बाहर और भीतर तैनात कर दिया गया। रात तक इसे बढ़ाकर एक हजार कर दिया गया। आश्रम के सूत्र और नारायण साईं ने आसाराम की तबीयत नासाज होने की बात कही है।

तबीयत ठीक होने पर आरोपों को लेकर पूछताछ के लिए आसाराम के तैयार होने की बात वे कहते रहे। लेकिन पुलिस पूछताछ करने पर दृढ़ बनी रही। इंदौर पहुंचे जोधपुर (राजस्थान) पुलिस के अधिकारी के अनुसार आसाराम इसके लिए पूरी तरह फिट हैं। इसलिए पूछताछ को टालने की कोई वजह नहीं है। रात में जब गिरफ्तारी के आसार बने तो अचानक पुलिस की तैनाती बढ़ गई और एंबुलेंस भी बुला ली गईं। इससे पहले शाम छह बजे मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक ने आसाराम के स्वास्थ्य का परीक्षण करके अपनी रिपोर्ट दी थी।

बापू को ट्राईजिमिनियल न्यूरोलॉजिया : नारायण
आसाराम के पुत्र नारायण सांई ने मीडिया से कहा कि बापू के 400 आश्रम और करोड़ों भक्त हैं। अगर उन्हें छिपना होता तो वे कहीं भी जा सकते थे। उन्होंने बताया कि बापू को ट्राईजिमिनियल न्यूरोलॉजिया बीमारी है। इस बीमारी की वजह से उनके चेहरे में दर्द रहता है। बापू 13 साल से इस बीमारी से परेशान हैं, लेकिन इस बारे में कभी भक्तों को नहीं बताया। सत्संग के दौरान भी कई बार बापू को दर्द उठ चुका है। उन्होंने हमेशा भजन और ध्यान से इस बीमारी पर काबू पाने का प्रयास किया।


asaram may be arrested
रेप के मामले में फंसे आसाराम पर पुलिस का शिकंजा कस गया। घंटों चले लुका छिपी के खेल के बाद पुलिस को शाम को पता चला कि आसाराम अपने इंदौर के आश्रम में ही छिपे हैं।

वहां आसाराम के समर्थकों की बड़ी संख्या में मौजूदगी को देखते हुए जोधपुर पुलिस ने आश्रम को घेरे में लिया और उनको गिरफ्तार कर ले गई।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने बताया कि आसाराम पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे। उनको गिरफ्तार करने के सिवा और कोई विकल्प नहीं बचा था।
police
इससे पहले पुलिस की टीमें दिनभर आसाराम को भोपाल से लेकर इंदौर तक तलाश करती रहीं। पुलिस का दबाव बढ़ता देख शाम को खुद आसाराम के बेटे नारायण साईं ने खुलासा किया कि आसाराम इंदौर के आश्रम में ही हैं।

वह पुलिस से भाग नहीं रहे हैं, बल्कि उनकी तबीयत खराब है। स्वास्थ्य सही होते ही वह जोधपुर जाएंगे। लेकिन जोधपुर पुलिस ने कहा है कि आसाराम का स्वास्थ्य बिलकुल ठीक है और उनसे जल्द ही पूछताछ होगी।

डीसीपी अजय लांबा ने कहा कि इंदौर मेडिकल कालेज के डॉक्टरों ने जांच के बाद आसाराम को पूरी तरह स्वस्थ पाया है।

शुक्रवार रात जोधपुर पुलिस के भोपाल पहुंचने से पहले ही आसाराम अपने आश्रम से निकल गए थे। उन्हें बेटे नारायण साई के साथ एक एसयूवी में देवास टोल नाका के सामने देखा गया।

इसके बाद आसाराम का कोई अता पता शनिवार शाम तक नहीं चला। हालांकि इंदौर में खंडवा रोड स्थित उनके आश्रम के बाहर सुबह से सैकड़ों की संख्या में समर्थक जुटने लगे। इसके बाद पुलिस ने भी वहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए।

इस तरह की अफवाहें भी उड़ीं कि आसाराम देवास से ही रतलाम के लिए रवाना हो गए हैं। इस बीच मामले में आरोपी आसाराम का प्रमुख सेवक शिवा शनिवार को जोधपुर पुलिस के सामने पेश हो गया।

पुलिस हिरासत में लेकर शिवा से पूछताछ कर रही है। जोधपुर पुलिस ने शिवा, छिंदवाड़ा हॉस्टल की वार्डन शिल्पी व केयर टेकर को समन देकर 29 अगस्त को बुलाया था।

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