पूर्व थल सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह:
'सैनिकों के सिर काटने का बदला ले चुका है भारत' | 'भारत-चीन के बीच है मजबूत मैकेनिज्म'
'सैनिकों के सिर काटने का बदला ले चुका है भारत' | 'भारत-चीन के बीच है मजबूत मैकेनिज्म'
पूर्व थल सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह ने
बृहस्पतिवार को कहा कि 2013 में पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से एक भारतीय
सैनिक का सिर काटने की हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया गया था।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों की इस करतूत का भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया है। हालांकि उन्होंने भविष्य में पश्चिमी मोर्चे पर नियंत्रण रेखा पर झड़पों की संभावना से इनकार नहीं किया।
थल सेना प्रमुख का पद छोड़ने के बाद उन्होंने यह स्वीकार किया कि गश्ती अभियान के दौरान वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय और चीनी सैनिकों का आमना-सामना होता है लेकिन इसे मौजूदा मैकेनिज्म के सहारे ही सुलझा लिया जाता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों की इस करतूत का भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया है। हालांकि उन्होंने भविष्य में पश्चिमी मोर्चे पर नियंत्रण रेखा पर झड़पों की संभावना से इनकार नहीं किया।
थल सेना प्रमुख का पद छोड़ने के बाद उन्होंने यह स्वीकार किया कि गश्ती अभियान के दौरान वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय और चीनी सैनिकों का आमना-सामना होता है लेकिन इसे मौजूदा मैकेनिज्म के सहारे ही सुलझा लिया जाता है।
'भारत-चीन के बीच है मजबूत मैकेनिज्म'
जनरल सिंह से पूछा गया कि क्या भारतीय सैनिक का सिर
काटने के बाद भारत ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया था। इस पर उन्होंने कहा कि
भारतीय सेना ऐसा कर चुकी है।
उन्होंने कहा, कृपया यह समझने की कोशिश करें कि जब हम बल प्रयोग करते हैं तो यह रणनीतिक से लेकर सीधी कार्रवाई करने और सामरिक तौर पर कदम उठाने से संबंध होता है। अगर उस घटना का जिक्र करें तो उसमें रणनीतिक तौर पर कदम उठाया गया। इसमें स्थानीय कमांडर ने कदम उठाया होगा। सेना चीफ का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
चीन और पाकिस्तान से झड़पों की आशंका के बारे में पूछने पर जनरल सिंह ने कहा कि चीनी सेना के साथ शायद ऐसा न हो क्योंकि झड़पों से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए दोनों देशों की सेना के बीच मजबूत मैकेनिज्म है।
उन्होंने कहा, कृपया यह समझने की कोशिश करें कि जब हम बल प्रयोग करते हैं तो यह रणनीतिक से लेकर सीधी कार्रवाई करने और सामरिक तौर पर कदम उठाने से संबंध होता है। अगर उस घटना का जिक्र करें तो उसमें रणनीतिक तौर पर कदम उठाया गया। इसमें स्थानीय कमांडर ने कदम उठाया होगा। सेना चीफ का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
चीन और पाकिस्तान से झड़पों की आशंका के बारे में पूछने पर जनरल सिंह ने कहा कि चीनी सेना के साथ शायद ऐसा न हो क्योंकि झड़पों से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए दोनों देशों की सेना के बीच मजबूत मैकेनिज्म है।
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