कन्या भ्रूण हत्या:स्मृति ईरानी का खुलासा-मेरा जन्म हुआ था, तो किसी ने मेरी मां से कहा था कि बेटी तो बोझ होती है, इसलिए जन्म के बाद उनकी मां को सलाह दी गई थी कि वे अपनी नवजात बेटी की जिंदगी खत्म कर दें
भोपाल, 27 जून 2014 | अपडेटेड: 17:04 IST
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने खुलासा किया है कि
उनके जन्म के वक्त किसे ने उन्हें 'बोझ' करार दिया था. इतना ही नहीं,
स्मृति के जन्म के बाद उनकी मां को सलाह दी गई थी कि वे अपनी नवजात बेटी की
जिंदगी खत्म कर दें.स्मृति ईरानी ने कहा, 'मैं पहली बार यह खुलासा कर
रही हूं कि जब मेरा जन्म हुआ था, तो किसी ने मेरी मां से कहा था कि बेटी तो
बोझ होती है, इसलिए उसे मार डालना चाहिए. पर मेरी मां बहुत साहसी थी,
इसलिए उन्होंने वैसा कुछ भी नहीं किया. यही वजह है कि आज मैं आपके सामने
खड़ी हूं.'
स्मृति ने ऐसा तब कहा, जब भोपाल के मॉडल स्कूल के छात्रों ने उनके कन्या भ्रूण हत्या के बारे में सवाल किए. स्मृति ईरानी ने कहा कि इस पर पूरी तरह रोक लगाना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सरकार कन्या भूण हत्या को रोकने के लिए नई नीति बनाएगी और इसे शीघ्र लागू किया जाएगा.
अपने परिवार में तीन बहनों में सबसे बड़ी स्मृति ईरानी ने महिला शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि यदि आप अपनी बेटी को पढ़ाते हैं, तो न केवल शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि एक ऐसे परिवार को भी पढ़ा रहे हैं, जिससे समाज आगे बढ़ सकेगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में ऐसी ई-लाइब्रेरी बनाई जाएगी, जिसका उपयोग न केवल विद्यार्थी घर बैठे कर सकेंगे, बल्कि आम आदमी की पहुंच भी देश और दुनिया की पुस्तकों तक हो सकेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए उनका मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय पुस्तकालयों से भी सहयोग लेगा.
स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिये सरकार शिक्षा को निपुणता विकास से जोड़ने जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए पाठ्यक्रम में भी बदलाव लाया जाएगा. देश के विभिन्न राज्यों के बोर्ड और पाठ्यक्रम में अंतर होने के संबंध में पूछे जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पाठ्यक्रम में एकरूपता पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बारे में क्षेत्र, राज्य, राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सभी मुद्दों पर विचार किया जाएगा.
स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण का काम भी शुरु किया जायेगा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि मोदी ने चाय बेचने से शुरुआत की थी और आज वह देश के सबसे ऊंचे पद पद बैठे हुए हैं.
महारानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय में छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर में स्मृति ईरानी ने बताया कि अगले शिक्षण सत्र से देश में विद्यार्थियों की राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर आदान-प्रदान की योजना शुरू की जायेगी. उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थी देश की विभिन्न संस्कृतियों व परंपराओं से अवगत हो सकेंगे.
स्मृति ने ऐसा तब कहा, जब भोपाल के मॉडल स्कूल के छात्रों ने उनके कन्या भ्रूण हत्या के बारे में सवाल किए. स्मृति ईरानी ने कहा कि इस पर पूरी तरह रोक लगाना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सरकार कन्या भूण हत्या को रोकने के लिए नई नीति बनाएगी और इसे शीघ्र लागू किया जाएगा.
अपने परिवार में तीन बहनों में सबसे बड़ी स्मृति ईरानी ने महिला शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि यदि आप अपनी बेटी को पढ़ाते हैं, तो न केवल शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि एक ऐसे परिवार को भी पढ़ा रहे हैं, जिससे समाज आगे बढ़ सकेगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में ऐसी ई-लाइब्रेरी बनाई जाएगी, जिसका उपयोग न केवल विद्यार्थी घर बैठे कर सकेंगे, बल्कि आम आदमी की पहुंच भी देश और दुनिया की पुस्तकों तक हो सकेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए उनका मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय पुस्तकालयों से भी सहयोग लेगा.
स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिये सरकार शिक्षा को निपुणता विकास से जोड़ने जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए पाठ्यक्रम में भी बदलाव लाया जाएगा. देश के विभिन्न राज्यों के बोर्ड और पाठ्यक्रम में अंतर होने के संबंध में पूछे जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पाठ्यक्रम में एकरूपता पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बारे में क्षेत्र, राज्य, राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सभी मुद्दों पर विचार किया जाएगा.
स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण का काम भी शुरु किया जायेगा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि मोदी ने चाय बेचने से शुरुआत की थी और आज वह देश के सबसे ऊंचे पद पद बैठे हुए हैं.
महारानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय में छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर में स्मृति ईरानी ने बताया कि अगले शिक्षण सत्र से देश में विद्यार्थियों की राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर आदान-प्रदान की योजना शुरू की जायेगी. उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थी देश की विभिन्न संस्कृतियों व परंपराओं से अवगत हो सकेंगे.
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