Police Caught Taking Bribe In Indore :::: थाने में लगाई अगरबत्ती, फिर ली रिश्वत, पकड़ी गई तो रोने लगी महिला SI
नंदबाई सिकरवार निवासी चितावद रोड स्थित बीमा अस्पताल में पदस्थ हैं। वह 24 जून को जेठ शैलेंद्रसिंह व परिजन के साथ भंवरकुआं थाने पहुंचीं। महिला ने आरोप लगाया कि 23 जून को शाम वह ड्यूटी से आ रही थीं, तभी अस्पताल के कर्मचारी सोनू यादव निवासी मूसाखेड़ी ने उनके साथ छेड़छाड़ कर हाथ पकड़ लिया।
Jun 27, 2014, 10:11AM IST
(रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद महिला एसआई अनसुइया जैन)
इंदौर. भंवरकुआं थाने में सब इंस्पेक्टर अनसुइया जैन (54) को
गुरुवार सुबह छेड़छाड़ के मामले की जांच के लिए 1500 रुपए की रिश्वत लेते
लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथ पकड़ लिया। इससे पहले एसआई थाने पहुंची और
भगवान को अगरबत्ती लगाकर नमन किया।
नंदबाई सिकरवार निवासी चितावद रोड स्थित बीमा अस्पताल में पदस्थ हैं। वह 24 जून को जेठ शैलेंद्रसिंह व परिजन के साथ भंवरकुआं थाने पहुंचीं। महिला ने आरोप लगाया कि 23 जून को शाम वह ड्यूटी से आ रही थीं, तभी अस्पताल के कर्मचारी सोनू यादव निवासी मूसाखेड़ी ने उनके साथ छेड़छाड़ कर हाथ पकड़ लिया।
इस पर सब इंस्पेक्टर जैन ने एफआईआर दर्ज की। शिकायतकर्ता थाने से जाने
लगे तो एसआई ने उन्हें आवाज लगाकर बुलाया और कहा मजबूत कार्रवाई चाहते हो
तो चार हजार रुपए लेकर आना। शिकायतकर्ता ने कहा हम फरियादी हैं। पैसे किस
बात के? एसआई ने कहा फरियादी ही पैसे देते हैं, आरोपी नहीं। शिकायतकर्ता ने
कहा- इतने पैसे नहीं हैं तो एसआई फिर दो हजार रुपए पर आ गई। उसने कहा कि
इससे एक रुपया भी कम नहीं लगेगा।
बाइक से आई थी थाने
शैलेंद्रसिंह ने इसकी शिकायत बुधवार को लोकायुक्त एसपी वीरेंद्रकुमार
सिंह से की थी। योजना के मुताबिक शैलेंद्रसिंह और नंदबाई गुरुवार सुबह
10.30 बजे थाने पहुंचे। कुछ देर में वर्दी में एसआई जैन बाइक से आई। उसने
बैग विवेचक कक्ष में रखा। फिर भगवान शंकर की तस्वीर पर अगरबत्ती लगाई और
हाथ जोड़कर प्रार्थना की।
इसके बाद शिकायतकर्ता को देखकर कहा कि आ गए आप। बहू कहां है? उसने कहा
आ गई। फिर एसआई विवेचक कक्ष में गई, जहां नंदबाई के कथन लिए। तभी
शैलेंद्रसिंह ने कहा उनके पास दो हजार रु. का इंतजाम नहीं हो सका। 1500 रु.
ही लाए हैं। एसआई ने रुपए लेकर पेंट के पीछे दायीं जेब में रखे।
वर्दी में आई, साड़ी में गई
एसआई ने जैसे ही रुपए जेब में रखे, लोकायुक्त डीएसपी बीएस परिहार व
एसएल कटारिया, इंस्पेक्टर आशा शेजकर वहां पहुंच गई। इंस्पेक्टर शेजकर ने
जैसे ही एसआई का हाथ पकड़ा, उसने कहा- यह क्या है? शेजकर ने कहा मैं
लोकायुक्त इंस्पेक्टर हूं। यह सुनकर वह सन्न रह गई और यह कहते हुए
फूट-फूटकर रोने लगी कि मुझसे गलती हो गई। बाद में टीम ने हाथ धुलवाए तो वह
गुलाबी हो गए। फिर वर्दी जब्त की। फिर उसने घर से बुलवाई गई साड़ी पहनी।
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