यदि आप क्रेडिट कार्ड्स इस्तेमाल करते हैं तो बचें इन गल्तियों से!...नहीं तो आपको मासिक ब्याज के साथ लेट पेमेंट सालाना ब्याद दर के हिसाब से देना होगा, जोकि 36 फीसदी मासिक तक हो सकता है
नई दिल्ली: भारत में 350 मिलिनय डेबिट कार्ड्स के मुकाबले में 19 मिलियन क्रेडिट कार्ड्स हैं। आई.सी.आई.सी.आई., एच.डी.एफ.सी., एस.बी.आई., सिटीबैंक और अमेरिकन एक्सप्रेस देश में क्रेडिट कार्ड्स जारी करने वाले 5 बड़े बैंक हैं। हर बैंक कुछ अलग रिवार्ड्स और बैनिफिट देते हैं। ये ऐसे-ऐसे ऑफर देते हैं कि कार्ड्स होल्डर बड़े आसानी के साथ इसके लुभावे में आ जाएं।
लेकिन यह बात याद रखनी चाहिए कि क्रेडिट कार्ड्स कम समय के उधार के लिए ही फायदेमंद है। अगर आप अपने उधार को समय के भीतर जमा नहीं कर सकते तो ये आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
इसलिए हम आपको ये चार मंत्र बता रहे हैं जिससे अगर आप क्रेडिट कार्ड्स के इस्तेमाल करते वक़्त ध्यान रखेंगे तो ये फायदेमंद साबित होगा। दरअसल ये चार ग़ल्तियां है जो करेंगे तो आपका बैंक काफी खुश होगा।
वक़्त पर पेमेंट नहीं दें: आपका बिल आ चुका है और पेमेंट का आखिरी दिन है। लेकिन आप पेमेंट करने में असमर्थन हैं और आप चाहते हैं कि सैलरी आने के बाद दो या तीन तारीख को पेमेंट कर देंगे, लेकिन अगर आप ये सोच रहे हैं कि आपको सिर्फ लेट पेमेंट चार्ज और तीन फीसदी का ब्याज देना होगा, तो गल्त हैं। होगा ये कि आपको मासिक ब्याज के साथ लेट पेमेंट सालाना ब्याद दर के हिसाब से देना होगा, जोकि 36 फीसदी तक हो सकता है।
एक्सीडिंग क्रेडिट लिमिट: आपकी कोशिश होनी चाहिए कि कार्ड की क्रेडिट लिमिट से ज्यादा की खरीदारी नहीं करें। जैसे ही आप क्रेडिट लिमिट को एक्सीड करेंगे, बैंक आप से 500 रुपए का अतिरिक्त चार्ज लेगा और एक्सीडिंग लिमिट अमाऊंट पर 2.5 फीसदी का ब्याज अलग से।
आपका क्रेडिट कार्ड फ्री है: क्रेडिट कार्ड्स जारी करने वाले बैंक ज्यादातर कहेंगे कि इस कार्ड का चार्ज जीरो है लेकिन सच्चाई ये होती है कि ये कार्ड पहले साल के लिए फ्री होते हैं, लेकिन अगले साल से इनका चार्ज होता है या हो सकता है कि कुछ हिड्डेन चार्जेज भी हों। जैसे 2.5 फासदी फ्यूल चार्ज, ई.एम.आई. के लिए प्रोसैसिंग फीस।
कम क्रेडिट लिमिट वाले ज्यादा क्रेडिट कार्ड्स: कभी भी ऐसी गल्ती नहीं करें। कभी भी कम क्रेडिट लिमिट वाले ज्यादा कार्ड नहीं लें। कोशिश करें कि एक ही कार्ड हो और इसका लिमिट ज्यादा हो। होता यह है कि अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब होती है तो बैंक क्रेडिट लिमिट नहीं बढ़ाएंगे, लेकिन दूसरा क्रेडिट कार्ड जारी कर देगा। लेकिन आपको इन अलग-अलग क्रेडिट कार्ड पर अलग-अलग ब्याज देने होंगे।
क्रेडिट कार्ड आपकी जिंदगी को आसान बनाता है लेकिन ये हमारे लिए मुसिबतें भी पैदा करता है। इसलिए आप इन गल्तियों को करने से बचें।
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