Saturday 21 June 2014

#WorldCup2014 : ईरान को हराने में छूटा अर्जेंटीना का पसीना,हारते-हारते बचा अर्जेंटीना :::: ज़बरदस्त मैच में घाना ने जर्मनी को रोका

#WorldCup2014 : ईरान को हराने में छूटा अर्जेंटीना का पसीना,हारते-हारते बचा अर्जेंटीना ::::  ज़बरदस्त मैच में घाना ने जर्मनी को रोका

ईरान को हराने में छूटा अर्जेंटीना का पसीना

 रविवार, 22 जून, 2014 को 00:49 IST तक के समाचार

मैसी का गोल
खेल ख़त्म होने में बस चंद ही मिनट रह गए थे और अर्जेंटीना, ईरान जैसी कमज़ोर टीम के ख़िलाफ़ जीत हासिल करने के लिए तरस रहा था.
तभी उनके स्टार खिलाड़ी  लियोनेल मैसी की एक ज़ोरदार किक ईरान के गोल पोस्ट में झूल गई और अर्जेंटीना के लाखों प्रशंसकों ने राहत की सांस ली.

इंजरी टाइम में किए गए इस गोल के बाद पूरे स्टेडियम में मैसी-मैसी का शोर गूंजने लगा.
वर्ना पूरे मैच में ईरान ने मैसी की टीम को नाकों चने चबवा दिए.

हारते-हारते बचा अर्जेंटीना

अर्जेंटीना का गोल
अर्जेंटीना ये मैच हार भी सकता था अगर ईरान के एसकाने दिजागाह के ज़बरदस्त हेडर का अर्जेंटीना के गोलकीपर सर्गियो रोमेरो ने बेहतरीन बचाव ना किया होता.
मैच शुरू होने से पहले विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की थी कि अर्जेंटीना के लिए ये मैच जीतना बेहद आसान होगा.

लेकिन ईरान की मज़बूत रक्षा पंक्ति ने अर्जेंटीना के हर आक्रमण को विफल किया.
हालांकि मैच के दौरान 77 फ़ीसदी टाइम गेंद अर्जेंटीना के कब्ज़े में थी और दोनों हाफ़ में उनके पास गोल करने के कई मौक़े भी आए लेकिन ऐन मौकों पर अर्जेंटीना की टीम कई बार चूकी और इन मौकों को गंवाया.

ऐन मौकों पर हड़बड़ाहट

अर्जेंटीना के प्रशंक
ख़ुद मैसी ने गोल करने के एक दो मौके गंवाए. ईरानी गोल पोस्ट के पास पहुंचकर गोल करने की हड़बड़ाहट ने अर्जेंटीना की कमज़ोरी उजागर की.

अपने पहले मैच में भी अर्जेंटीना को बोस्निया हरजेगोविना से जीतने में पसीना आ गया था.
अर्जेंटीना दो मैचों में दो जीत के साथ अंतिम 16 में तो पहुंच चुका है लेकिन अब यहां से आगे बढ़ने के लिए उसे अपने खेल का स्तर बहुत उठाना पड़ेगा.
ख़ुद अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी रह चुके डिएगो माराडोना ने बोस्निया के ख़िलाफ़ मैच में अपनी टीम के प्रदर्शन की आलोचना की थी.

मेसी के गोल ने अर्जेंटीना को अगले दौर में पहुंचाया


लियोनेल मेसी
अर्जेंटीना के करिश्माई स्ट्राइकर लियोनेल मेसी ने हूटर बजने से चंद मिनट पहले लगभग 20 गज की दूरी से बेहद खूबसूरत गोल करके अपनी टीम को रोमांचक मुकाबले में ईरान पर 1-0 से जीत दिला दी. इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना की टीम वर्ल्ड कप फुटबाल के अंतिम 16 में पहुंच गई है. ईरानी रक्षापंक्ति‍ और खासकर उनके गोलकीपर अलीरजा हकीकी ने ग्रुप-एफ के इस मुकाबले में अर्जेंटीना के तमाम प्रयासों को नाकाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. लेकिन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फॉरवर्ड मेसी ने अपना असली खेल आखिरी क्षणों के लिए बचाकर रखा था. अर्जेंटीना के कप्तान ने दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम के पहले मिनट में बाक्स के बाहर से लहराता हुआ शॉट जमाया जो कई रक्षकों और गोलकीपर को छकाकर गोलपोस्ट में घुस गया. मेसी ने यह गोल करके न सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलायी और उसे अगले दौर में पहुंचाया बल्कि अपने आलोचकों को भी करारा जवाब दे दिया. आलोचक राष्ट्रीय टीम की तरफ से अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के कारण मेसी की आलोचना करते रहे हैं. अर्जेंटीना की यह टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत है. उसने पहले मैच में बोस्निया हर्जेगोविना को 2-1 से हराया था और इस तरह से उसके दो मैच में छह अंक हो गए हैं.
पहले मैच में नाईजीरिया को 0-0 करके ड्रा पर रोकने वाले ईरान का लगातार दूसरे मैच में वही करिश्मा दोहराने का सपना पूरा नहीं हो पाया. उसका अब दो मैच में एक अंक है. मेसी के गोल से पहले हालांकि यह मैच दोनों टीमों के गोलकीपरों के बेजोड़ प्रदर्शन का गवाह रहा. अर्जेंटीना के कोच अलेजांडो साबेला ने मेसी के अलावा गोंजालो हिगुएन और सर्जियो अगुएरा को अग्रिम पंक्ति में रखकर आक्रामक रणनीति अपनाई. ईरान के कोच कालरेस कुइरोज को ऐसे में रक्षात्मक होना पड़ा और अधिकतर समय उनके छह खिलाड़ी गोल बचाने में लग रहे.
हालांकि अर्जेंटीना ने दबदबा बनाए रखा, लेकिन ईरानी गोलकीपर हकीकी की तारीफ करनी होगी जिन्होंने मुश्किल हालात में बेहतरीन प्रदर्शन किया. हकीकी के शानदार प्रयास की बदौलत हाफ टाइम तक स्कोर 0-0 से बराबरी पर रहा. उन्होंने शुरुआती 20 मिनट में दो बार हिगुएन को निराश किया. इनमें से 13वें मिनट में तो उन्होंने अर्जेंटीना के स्ट्राइकर के पांवों के आगे गिरकर उन्हें गोल करने से रोका था. अर्जेंटीना को गोल करने का बेहतरीन मौका 22वें मिनट में मिला था. हिगुएन ने अच्छा मूव बनाकर गेंद साथी स्ट्राइकर अगुएरा को थमायी थी, लेकिन उनका लहराता शाट हकीकी ने डाइव लगाकर बाहर कर दिया.
अर्जेंटीना के पास उस समय भी गोल करने का मौका था जब उसे इरानी बाक्स के ठीक बाहर फ्री किक मिली लेकिन मेसी का शाट बाहर चला गया. दूसरे हाफ के शुरू में मेसी ने अपने पांवों की जादूगरी दिखाई, लेकिन वह ईरान था जिसे इस हाफ में भी गोल करने का पहला अच्छा मौका मिला. ईरान के जवाबी हमले से अर्जेंटीना सकते में आ गया था. तब लग रहा था कि गूसानिजाद का हेडर सर्जियो रोमेरो को छकाकर गोलपोस्ट में घुस जाएगा, लेकिन अर्जेंटीना के गोलकीपर ने उसे बचाकर अपनी टीम पर आया संकट टाल दिया.
ईरानी टीम ने अब लय हासिल कर ली थी, लेकिन फिर से उसकी राह में रोमेरो ही रोड़ा बनकर आए. मैच के 67वें मिनट में देजागा ने क्रॉस पर बहुत खूबसूरती से हेडर जमाया, लेकिन रोमेरो ने अपनी उंगलियों से उसे बाहर कर दिया. मैच रोमांचक स्थिति में चला गया था और अर्जेंटीना के प्रशंसकों की बेताबी बढ़ती जा रही थी. ऐसे में अर्जेंटीना को जब फ्री किक मिली तो सभी की निगाह मेसी पर टिक गईं, लेकिन अर्जेंटीना के कप्तान का शॉट बाहर चला गया. इसके एक मिनट बाद डी मारिया का गोल के करीब से जमाया गया शॉट हकीकी ने खूबसूरती से बचा दिया.
हमला और जवाबी हमले का खेल शुरू हो चुका था और दोनों टीमों के गोलकीपरों को जबर्दस्त परीक्षा से गुजरना पड़ रहा था. हकीकी ने खेल के 84वें मिनट में रोड्रिगो पालेसियो के हेडर को गोल में जाने से रोका तो इसके दो मिनट बाद गूसानिजाद का करारा शाट रोमेरो ने बचा दिया. लेकिन आखिर में मेसी ने अपने बायें पांव का कमाल दिखाकर गोल दाग दिया जो निर्णायक साबित हुआ.


ज़बरदस्त मैच में घाना ने जर्मनी को रोका

 रविवार, 22 जून, 2014 को 02:32 IST तक के समाचार

घाना
बिलकुल एक बेहतरीन थ्रिलर फ़िल्म की तरह खेला गया जर्मनी और घाना के बीच का मैच. फ़ोर्टलेज़ा में खेले गए ग्रुप जी के इस मैच में फ़ुटबॉल प्रशंसकों को जो ज़बरदस्त रोमांच देखने को मिला उसे वो लंबे समय तक नहीं भूलेंगे.
कभी पलड़ा जर्मनी की तरफ झूलता तो कभी घाना की तरफ़.

बेहद निराशाजनक पहले हाफ़ के बाद जैसे दूसरे हाफ़ में दोनों टीमों में जान आ गई. हाफ़ टाइम तक दोनों टीमें 0-0 पर थीं.
घाना के कोच क्वेसी एपिया इसी बात से ख़ुश थे कि उनकी टीम ने शक्तिशाली जर्मनी को रोक कर रखा. लेकिन दूसरे हाफ़ में जो कुछ होने वाला था उसका तो किसी को अंदाज़ा भी नहीं था.

दूसरे हाफ़ का ज़बरदस्त एक्शन

जर्मनी
नई ऊर्जा के साथ दोनों मैदान में उतरीं. आख़िरकार 51वें मिनट में थॉमस मुलर के पास पर मारियो गोट्से के हेडर ने जर्मनी को 1-0 की बढ़त दिला दी.
जर्मनी के प्रशंसक ठीक से ख़ुशियां मना भी नहीं पाए थे कि 54वें मिनट में घाना ने बराबरी का गोल दाग दिया.
हैरीसन एलपूला के बेहतरीन क्रॉस को आंद्रे आयु के ताकतवर हेडर ने गोल में बदल दिया जर्मनी के गोलकीपर मानुएल नोयार के पास कोई मौक़ा नहीं था.
घाना की टीम में नई उर्जा का संचार हो चुका था. 62वें मिनट में आसमो जान ने एक और गोल दागा और जैसे स्टेडियम में मौजूद घाना के समर्थक ख़ुशी से झूम उठे. स्कोर घाना के पक्ष में 2-1 हो चुका था.

क्लोज़ा ने किया बराबरी का गोल

मीरोस्लाव क्लोज़ा
हार को सामने देख जर्मनी के टीम ने अपने हमलों में तेजी कर दी. 72वें मिनट में एक कॉर्नर किक को सही जगह पर मौजूद वरिष्ठ जर्मन खिलाड़ी मीरोस्लाव क्लोज़ा ने गोल पोस्ट में झुला दिया. स्कोर फिर बराबर हो चुका था.
ये क्लोज़ा का 15वां विश्व कप गोल था. उन्होंने इसी के साथ सबसे ज़्यादा विश्व कप गोल के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली.
मैच में पूरी तरह से रवानगी आ चुकी थी. दोनों ही टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक चुकी थीं.

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