गाजा पर इस्राइली बमबारी: 44 फलस्तीनी की मौत, 100 से ज्यादा घायल |
Thursday, 10 July 2014 12:05AM |
गाजा/यरूशलम। इस्राइली सैनिकों ने गाजा में हमास ठिकानों पर आज हमले किए जिनमें अनेक महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 17 फलस्तीनी नागरिक मारे गए जिसके बाद इस्राइली हमलों में मरने वाले फलस्तीनियों की तादाद 44 पहुंच गई। इस्राइली हमलों के जवाब में हमास लड़ाकों ने रॉकेट हमले किए और पहली बार फलस्तीनी रॉकेट हमलों के दायरे में करीब करीब पूरा इस्राइल आ गया। इस बीच, इस्राइल ने गाजा सीमा से लगे हजारों सैनिकों का जमावड़ा कर दिया है जिससे इस्राइल की ओर से हवाई हमलों के साथ जमीनी हमलों की भी संभावना बढ़ती जा रही है। कैबिनेट की बैठक के बाद इस्राइली प्रधानमंत्री बेनजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल के सैनिक सभी संभावनाओं के लिए तैयार हैं। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘अभियान का विस्तार किया जाएगा और तब तक जारी रहेगा जब तक हमारे शहर की तरफ रॉकेट दागा जाना नहीं रुकता और शांति नहीं लौटती।’’ हमास शासित गाजा में नवंबर 2012 के बाद का अब तक का सबसे खूनी दिन रहा जब इस्राइली हमलों ने महिलाओं और बच्चों समेत 44 फलस्तीनियों की जान ले ली। इस्राइली सेना के हवाई हमलों में तकरीबन तीन सौ फलस्तीनी नागरिक घायल हो गए। इस्राइली सेना ने बताया कि उसने 118 छिपे रॉकेट लांचरों, हमास के 10 कमान-एवं-नियंत्रण केन्द्र और 10 सुरंगों को निशाना बनाया। इस्राइल ने ‘‘ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज’’ के तहत अब तक गाजा पर 440 लक्ष्यों पर हमले किए। इस बीच, इस्राइल के विभिन्न हिस्सों पर आज फलस्तीनी लड़ाकों ने 180 से ज्यादा रॉकेट दागे। जून 2007 से गाजा पट्टी पर प्रशासनिक नियंत्रण रखने वाले हमास ने ज्यादातर रॉकेट हमलों की जिम्मेदारी ली। रॉकेट हमले के खतरे जताने वाले साइरन से आज जिखरोन याकोव गूंज उठा। गाजा पट्टी से करीब 120 किलोमीटर उत्तर पर स्थित जिखरोन याकोव के हमास के रॉकेट हमले के दायरे में आने से यह स्पष्ट हो गया कि उसके पास अब इस्राइल में कहीं भी हमला करने की क्षमता हो गई है। इस्राइली सेना ने स्वीकार किया कि दो रॉकेट हैफा के दक्षिण में होफ हशारमेल क्षेत्रीय परिषद में खुले इलाके में गिरे। इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। इस बीच फलस्तीनी आपात सेवा प्रवक्ता अशरफ अल कुद्रा ने बताया कि इस्राइली हमले में छह बच्चे और पांच महिलाएं समेत 17 लोग मारे गए। मारे गए लोगों में एक फलस्तीनी लड़ाका भी शामिल है। इस्राइली सेना ने तटीय पट्टी के 160 स्थलों पर हवाई हमले किए। इस्राइली सेना के हवाई हमलों के लक्ष्यों में मुहम्मद सिनवार और राएद अतार समेत आठ हमास नेताओं के घर शामिल थे। इस्राइली सेना ने कहा कि हमास के रॉकेट हमलों को रोकने के एक बड़े अभियान के तहत इस्राइली युद्धक विमानों ने गाजा पट्टी की कई जगहों को निशाना बनाया। इस्राइली सेना ने कहा कि हमास नेताओं के घर हमास कमान केन्द्रों के रूप में उपयोग किए जा रहे थे। उनका उपयोग इस्राइल के दक्षिणी हिस्सों में रॉकेट हमले के समन्वय के लिए किया जा रहा था। इस्राइली युद्धक विमानों ने मध्य रात्रि के बाद बेत हनून स्थित एक वरिष्ठ इस्लामिक जिहाद लड़ाके हफीज हमाद के घर को भी निशाना बनाया। इस हमले में हमाद और उसके परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई। इस्राइल ने कल सुबह ‘ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज’ के नाम से ये हमले शुरू किए थे। हमाद और उसके परिवार की मौत के बाद मृतकों की संख्या 28 हो गई। इस बीच, इस्राइली सेना ने जमीनी हमले की संभावना से इनकार नहीं किया है। उसने 40 हजार रिजर्व सैनिकों को सेवा पर बुलाया है।
गाजा में मरने वालों में से 24 की मौत कल हवाई हमले में हुई
थी। उनमें 4 हमास लड़ाके शामिल हैं। इस्राइली हमले में तेजी तब आई जब
इस्राइली प्रधानमंत्री बेनजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास को अपने रॉकेट
हमलों की कीमत चुकानी पड़ेगी। नेतन्याहू ने इस्राइली सेना से हमास पर हमले
तेज करने को कहा।
हमास ने जवाबी कार्रवाई करते हुए लंबी दूरी तक मार करने वाले रॉकेट दागे। इससे तेल अबीब और यरूशलम समेत प्रमुख शहरों में लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा। अब तक ये शहर हमास के रॉकेट हमलों से अपेक्षाकृत बचे रहे थे। हमास ने तेल अबीब पर चार रॉकेट दागे। रॉकेट हमलों के बाद शहर में चारों ओर सायरन की आवाजें गूंजने लगीं। हमास के एक और रॉकेट को इस्राइल की आइरन डोम मिसाइल रोधी रक्षा प्रणाली ने गिरा दिया। गाजा से 40 किलोमीटर के दायरे के सभी स्कूल और किंडरगार्टन बंद कर दिए गए। गाजा सीमा के पास रह रहे यहूदियों को सुरक्षित शरणस्थलों के निकट रहने की हिदायत दी गई। रॉकेट हमले से यरूशलम शहर के निवासियों में अफरातफरी मच गई। शहर में हर तरफ साइरन की आवाजें गूंजने लगी। तभी तीन भारी विस्फोटों की आवाज सुनी गई और रोशनी की एक पूरी श्रृंखला ने दक्षिण पश्चिम तक आसमान को रोशनी से सराबोर कर दिया। पुलिस ने कहा कि एक रॉकेट रमत रजील के पास गिरा। यह शहर के दक्षिण पश्चिमी हिस्से से कुछ 10 किलोमीटर की दूरी पर है और दो अन्य रॉकेट भी सीमांत इलाके में गिरे। बहरहाल, इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। हमास की सैन्य शाखा एज्जेदीन अल-कस्साम ब्रिगेड्स ने कहा कि उसने यरूशलम पर चार एम75 रॉकेट दागे हैं। यह फलस्तीनी क्षेत्र से 65 किलोमीटर की दूरी पर है। उसने 165 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हफीफा पर भी एक रॉकेट दागने का दावा किया। ब्रिगेड्स के दावों की कोई पुष्टि नहीं हुई है लेकिन इस्राइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि गाजा से तकरीबन 105 किलोमीटर उत्तर में स्थित हदेरा पर एक रॉकेट गिरा था। फलस्तीनी प्रशासन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने मांग की कि इस्राइल सेना अपना हमला ‘‘तत्काल बंद’’ करे। अब्बास ने विश्व समुदाय का आह्वान किया कि वह इस्राइल को अपना सैनिक हमला बंद करने के लिए दबाव डाले। अब्बास ने टेलीविजन पर प्रसारित अपने बयान में कहा, ‘‘फलस्तीनी प्रशासन फलस्तीनी अवाम की सुरक्षा मांगने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पास जाएगा।’’ आज फलस्तीनी प्रशासन के राष्ट्रपति ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फत्ताह अल-सीसी से संपर्क किया और उनसे हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। इस बीच, नेतन्याहू न कहा कि इस्राइल ‘‘अपने शहरों और कस्बों पर राकेट दागा जाना बर्दाश्त नहीं करेगा।’’ उधर, एक संबंधित घटनाक्रम में ब्रिगेड्स ने इस्राइल के साथ संघर्षविराम के लिए पांच शर्तें पेश की हैं। ब्रिगेड्स के प्रवक्ता अबु उबैदा ने कहा कि इस्राइल गाजा पट्टी पर अपना हमला बंद करे, तमाम हवाई हमले बंद करे और 2012 की संघर्षविराम संधि का पालन करे। अबु उबैदा ने गिलाद शालित समझौते के तहत मुक्त किए जाने वाले सभी कैदियों को रिहा करने की भी मांग की। इन कैदियों को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। ब्रिगेड्स प्रवक्ता ने फलस्तीनी प्रशासन की नई एका सरकार में हस्तक्षेप रोकने की भी मांग की। |
No comments:
Post a Comment