Thursday 10 July 2014

#‎Budget2014‬ आम बजट: राष्ट्रवादी महापुरुषों के नाम से शुरू होंगी योजनाएं :::: nehru gandhi family names out right wing icons in ...बीजेपी ने जिन महापुरुषों के नाम से योजनाएं शुरू की हैं. उनमें मदन मोहन मालवीय, लोकनायक जयप्रकाश, दीनदयाल उपाध्याय, सरदार पटेल, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम शामिल

#‎Budget2014‬ आम बजट: राष्ट्रवादी महापुरुषों के नाम से शुरू होंगी योजनाएं ::::  nehru gandhi family names out right wing icons in 

...बीजेपी ने जिन महापुरुषों के नाम से योजनाएं शुरू की हैं. उनमें मदन मोहन मालवीय, लोकनायक जयप्रकाश, दीनदयाल उपाध्याय, सरदार पटेल, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम शामिल

नई दिल्ली, 10 जुलाई 2014 | अपडेटेड: 14:27 IST

टैग्स: आम बजट| दक्षिणपंथी महापुरुष| योजनाएं| बीजेपी | आरएसएस Keyword : union budget, gandhi-nehru family, right wing icons, bjp, rss

मदनमोहन मालवीय की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए मोदी 
सत्ता बदलने के साथ ही योजनाओं के नाम भी बदल जाते हैं. कांग्रेस की सरकार में जहां नेहरू, गांधी के नाम से ज्यादा योजनाएं शुरू की जाती हैं. वहीं बीजेपी सरकार ने आम बजट में शुरू की जाने वाली बड़ी योजनाएं दक्षिणपंथी महापुरुषों के नाम पर शुरू की हैं. जिन महापुरुषों के नाम से बीजेपी ने योजनाएं शुरू करने का फैसला किया है. इन लोगों की विचारधारा को बीजेपी अपनी विचारधारा से जोड़ कर देखती है. बीजेपी ने जिन महापुरुषों के नाम से योजनाएं शुरू की हैं. उनमें मदन मोहन मालवीय, लोकनायक जयप्रकाश, दीनदयाल उपाध्याय, सरदार पटेल, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम शामिल हैं.

ये हैं नाम से जुड़ी योजनाएं

1.
दीनदयाल उपाध्याय- बजट में दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर ग्रामीण इलाकों में दीनदयाल ज्योति योजना शुरू की जाएगी. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुआ था. उपाध्याय ताउम्र संघ प्रचारक बने रहे. 1951 में जब भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई तो दीन दयाल उसके पहले महासचिव बने. लोकसभा चुनाव के लिए भी दीन दयाल चुनाव में उतरे, लेकिन हार गए. 11 फरवरी, 1968 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में ट्रेन की सफर के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी.


2. सरदार वल्लभभाई पटेल- गुजरात में बनी सरदार पटेल की स्टेचू अॉफ यूनिटी के लिए बजट में 200 करोड़ रुपयों का प्रावधान रखा गया है. लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान इस योजना को मोदी ने शुरू किया था. सरदार पटेल का लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है. आजाद भारत में राष्ट्रवादी सोच के साथ देश बनाने में पटेल का काफी योगदान रहा था. पटेल गुजरात के रहनेवाले थे. पटेल कांग्रेस से भले ही जुड़े हुए थे लेकिन कुछ मामलों में पटेल की नेहरू से नाराजगी भी जगजाहिर है. 15 दिसंबर 1950 को 75 वर्ष की उम्र में पटेल की मौत हो गई थी.

3. मदन मोहन मालवीय- आम बजट में मदन मोहन मालवीय के नाम से शैक्षणिक प्रोग्राम शुरू करने का फैसला किया गया है. हिन्दू राष्ट्रवाद के समर्थक और हिन्दू महासभा की नींव रखने वाले सदस्यों में से एक मदन मोहन मालवीय ने शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में कई योगदान दिए. 84 साल की उम्र में 12 नवंबर, 1946 को वाराणसी में उनका निधन हो गया.

4. लोकनायक जयप्रकाश नारायण- जेपी ने नाम से मशहूर जयप्रकाश के नाम से इस आम बजट में सेंटर फॉर एक्सिलेंस खोलने का प्रावधान रखा गया. स्वतंत्रता सेनानी और पंडित जवाहर लाल नेहरू के भरोसेमंद लोगों में से एक रहे जयप्रकाश का जन्म 1 अक्टूबर, 1902 को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा गांव में हुआ था. 1970 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व करने वाले जेपी ने संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था. इसी दौरान उन्होंने इंदिरा हटाओ का नारा दिया. 8 अक्टूबर 1979 को पटना में उनका निधन हुआ. 1965 में उन्हें मैगसेसे पुरस्कार और भारत रत्न (1999) से सम्मानित किया गया.

5. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी- आम बजट में श्याम प्रसाद मुखर्जी के नाम से भी योजना शुरू करने का ऐलान किया गया है. जवाहरलाल नेहरू की सरकार में उद्योग और आपूर्ति मंत्री रहे श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मिसाल एक कट्टर राष्ट्र भक्त के रूप में दी जाती है. बंगाल विधान परिषद में कांग्रेस का दामन थाम मुखर्जी ने राजनीति में कदम रखा. 1950 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू और पाकिस्तन के प्रधानमंत्री लियकत अली खान के बीच दिल्ली में एक समझौता हुआ. इसके अनुसार अल्पसंख्यकों के लिए अलग से प्रावधान बनाए जाने पर सहमति हुई. पाकिस्तान के प्रति नेहरू के नर्म बर्ताव का विरोध करते हुए मुखर्जी ने कैबिनेट से इस्तीफा दिया. 20 अक्टूबर 1951 को भारतीय जन संघ की स्थापना की.




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