Sunday 29 September 2013

नवाज शरीफ: भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 'देहाती औरत' की तरह हैं.!

नवाज शरीफ: भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह  'देहाती औरत' की तरह इस मुद्दे को उठा रहे हैं.!


न्यूयॉर्क, 29 सितम्बर 2013 | अपडेटेड: 12:07 IST
टैग्स: नवाज शरीफ| मनमोहन सिंह| शांति वार्ता| भारत-पाकिस्तान रिश्ते| देहाती औरत बयान



नवाज शरीफ
नवाज शरीफ
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने युनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली के दौरान कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है, तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कथित रूप से भारतीय पीएम को 'देहाती औरत' कह डाला. नवाज शरीफ ने ये विवादित बयान पाकिस्तान के न्यूज चैनल जियो टीवी के न्यूज एंकर हामिद मीर को ऑफ द रिकॉर्ड दिया. मनमोहन सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की धरती पर आतंकवाद को पनाह मिल रही है और इस विषय पर उनकी चर्चा अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी हुई. इसी पर चर्चा करते हुए शरीफ ने मीर से कहा, 'मनमोहन सिंह 'देहाती औरत' की तरह इस मुद्दे को उठा रहे हैं.' मीर ने बताया इस ब्रीफिंग के दौरान भारत की एक महिला पत्रकार भी वहां मौजूद थी.
नवाज शरीफ ने ये बयान इस संदर्भ में दिया था कि जिस तरह से देहाती औरतें आपस का झगड़ा लेकर हमेशा तीसरे के पास पहुंच जाती हैं, वैसे ही मनमोहन भारत-पाकिस्तान का झगड़ा लेकर अमेरिका के पास पहुंच जाते हैं.
इसके बाद मीर ने एक भारतीय चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि शरीफ ने बहुत हल्के अंदाज में ऐसा कहा था. इससे पहले पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था, वह अपने यहां मौजूद ‘आतंकी मशीनरी’ को बंद करे. संयुक्त राष्ट्र महासभा के अपने संबोधन में मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की इस मांग को लगभग नकार दिया कि कश्मीर मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत किया जाये और कहा कि भारत सभी मुद्दों का समाधान शिमला समझौते के तहत चाहता है.
'शांति वार्ता के चलते हुआ था मेरा तख्ता पलट'
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ बेहद महत्वपूर्ण वार्ता से पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि भारत के साथ शांति वार्ता शुरू करने के कारण ही उन्हें 1999 में सैन्य तख्ता पलट के बाद सत्ता छोड़नी पड़ी थी.

पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए शरीफ ने यह टिप्पणी की. शरीफ ने कहा कि बतौर प्रधानमंत्री उनके पिछले कार्यकाल के दौरान सैन्य नेतृत्व ने उन्हें सत्ता से इसलिए हटा दिया क्योंकि उन्होंने भारत के साथ शांति और मित्रता की प्रक्रिया शुरू की थी.
उन्होंने दर्शकों से सवाल किया, ‘मैंने क्या गलती की थी?’ उन्होंने कहा कि वह भारत और अफगानिस्तान के साथ शांति को लेकर प्रतिबद्ध हैं. 1999 में कारगिल युद्ध के बाद शरीफ और तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ के बीच मतभेद होने के बाद जनरल ने सैन्य तख्ता पलट के माध्यम से शरीफ को पद से हटा दिया था.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मानते हैं कि अगर भारत और अफगानिस्तान में शांति है तो पाकिस्तान में भी शांति होगी. ऐसा माना जा रहा है कि शरीफ ने पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा है कि उनकी सरकार भारत और अफगानिस्तान के साथ शांति और अहस्तक्षेप की नीति की पक्षधर है.
शरीफ की पार्टी इस साल मई में हुए आम चुनावों में भारी बहुमत से जीत कर सत्ता में आयी है. उन्होंने कहा कि साथ ही पाकिस्तान अपने पड़ोसियों से आशा करता है कि वे उसके मामलों में दखल न दें. शरीफ ने कहा, ‘सिर्फ इसी स्थिति में क्षेत्र में दीर्घावधिक शांति और स्थिरता हासिल की जा सकती है.’ उन्होंने क्षेत्र में रक्षा मामलों पर खर्च को भी कम करने की बात कही. उनके अनुसार क्षेत्र में रक्षा मामलों पर बहुत ज्यादा खर्च होता है.


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