मुजफ्फरनगर लाइव: चार बीजेपी नेताओं पर केस, एसपी और एसएसपी हटाए गए
लखनऊ। मुजफ्फरनगर में बिगड़े हालातों के बीच अभी तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 200 लोगों को अभी तक पुलिस हिरासत में ले चुकी है। पुलिस ने चार भाजपा नेताओं समेत करीब 40 लोगों पर केस दर्ज किया है। इस बीच राज्य सरकार ने कई उच्चाधिकारियों को तबादला भी किया है। कई इलाकों में कर्फ्यू जारी है और सेना फ्लैग मार्च कर रही है। आइए तीन से जारी हिंसा के घटनाक्रम पर डालते हैं एक नजर:-
9 सितंबर 2013:
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दंगे के पीछे राजनैतिक दलों का हाथ है।
- प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात की।
- शामली के एसपी और मुजफ्फरनगर के एसएसपी हटाए गए। अनिल राय शामली के नए एसपी और प्रवीण कुमार मुजफ्फरनगर के नए एसएसपी बनाए गए।
- ताजा हिंसा में शामली और मुजफ्फरनगर में दो लोगों के मारे जाने की सूचना है। हिंसा में अब तक 31 लोगों की जान गई है।
- हिंसा की आग में जल रहे मुजफ्फरनगर की हालात का जायजा लेने आ रहे राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह के साथ सांसद जयंत चौधरी को दिल्ली बार्डर पर रोक लिया गया है।
- उत्तर प्रदेश के तमाम रेलवे स्टेशनों पर हाई अलर्ट किया गया।
- मुजफ्फरनगर हिंसा में 28 लोगों की मौत।
- दो सौ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- तीन थाना क्षेत्रों में हथियारों के सभी लाइसेंस रद।
- पुलिस ने 90 लोगों को गिरफ्तार किया।
- मुजफ्फरनगर समेत हिंसा से प्रभावित इलाकों में सेना का फ्लैग मार्च।
- दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश।
- भुवनेश कुमार को सहारनपुर का नया कमिश्नर बनाए गए।
- अशोक जैन को डीआईजी सहारनपुर बनाया गया।
- एडीजी भावेश कुमार को सहारनपुर मंडल भेजा गया।
- मेरठ रेंज के आईजी ब्रजभूषण और सहारनपुर के कमिश्नर मंजीत सिंह को हटा दिया गया है। इसके अलावा सहारनपुर के डीआईजी का तबादला कर दिया गया है।
- भाजपा विधायक दल के नेता हुकुम सिंह, संगीत सोम, राकेश और नरेश टिकैत समेत 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज।
- राज्यपाल बीएल जोशी ने केंद्र को भेजी अपनी रिपोर्ट में दंगों को राज्य सरकार की नाकामी बताया।
8 सितंबर
- मुजफ्फरनगर दंगों पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से मांगा जवाब
- राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह ने की उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग।
- ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त कर रही सेना पर हुआ हमला।
- रविवार रात मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई।
- मेरठ में सेना ने फ्लैग मार्च किया।
- दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश।
- शामली में भड़की हिंसा में तीन लोग घायल हुए।
- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अरुण कुमार ने माना है कि ग्रामीण इलाकों में हिंसा फैल जाने से उसे नियंत्रित करने में कठिनाई आ रही है।
- सिसौली, शाहपुर, फुगना, कालापार और धौराकलां में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई।
- मुजफ्फरनगर शहर के तीन थाना क्षेत्र सिविल लाइंस, कोतवाली और नई मंडी में कर्फ्यू लगाया गया।
- जिले में दस हजार पीएसी, 1300 सीआरपीएफ और 1200 आरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं।
- मुजफ्फरनगर में भड़की हिंसा के बाद उत्तराखंड में भी हाई अलर्ट जारी।
- मुजफ्फरनगर और उसके पड़ोसी जिलों-शामली, बागपत और सहारनपुर की संवेदनशीलता को देखते हुए चार पुलिस महानिरीक्षकों की नियुक्ति की गई है।
- बड़ौत के वाजिदपुर में एक किशोर की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
7 सितंबर
- मेरठ के हस्तिनापुर और रामराज कस्बे में पहुंची हिंसा की आग।
- मारपीट, चाकूबाजी और फायरिंग में देर रात तक एक टीवी पत्रकार समेत दस लोगों की मौत।
- मुजफ्फरनगर में लगाया गया कर्फ्यू।
- हालात पर काबू पाने को बुलाई गई सेना। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित।
- सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद।
- मुजफ्फरनगर शहर के मीनाक्षी चौक, अबुपुरा, किदवईनगर, कृष्णापुरी, खादरवाला, शेरनगर समेत कई स्थानों पर भड़की हिंसा।
- जौली गंगनहर व मीरापुर के मुझेड़ा के पास भी जमकर फायरिंग और पथराव हुआ।
- एक युवक की पीट-पीटकर हत्या।
- महापंचायत में जा रहे लोगों पर बसी गांव में पथराव और फायरिंग। आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
- नंगला मंदौड़ में महापंचायत का आयोजन।
- दंगे की मूल वजह 27 अगस्त को हुई युवती से छेड़खानी की घटना है जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई थी।
No comments:
Post a Comment