एशिया में दस में से एक व्यक्ति है बलात्कारी: रिपोर्ट
लंदन, एजेंसी
First Published:10-09-13 05:33 PM
एशिया के विभिन्न हिस्सों में दस में से एक व्यक्ति ने ऐसी महिला के
साथ बलात्कार करने की बात स्वीकार की है जो उसकी साथी नहीं थी और गहन
संबंधों में तो बलात्कार का आंकड़ा इससे कहीं अधिक है। संयुक्त राष्ट्र
द्वारा एशिया के छह देशों में दस हजार पुरुषों पर किए गए सर्वेक्षण में इस
बात का खुलासा हुआ है।
बेहद करीबी संबंधों में बलात्कार सर्वाधिक सामान्य बात है जहां एक तिहाई पुरुषों ने अपनी पत्नी या प्रेमिका के साथ बलात्कार की बात स्वीकार की है। रिपोर्ट के अनुसार, करीबी संबंधों में बलात्कार की औसत दर 24 फीसदी है। बांग्लादेश में यह 13 फीसदी और पापुआ न्यु गिनी में 59 फीसदी है।
सर्वेक्षण के दायरे में आए करीब एक तिहाई पुरुषों ने एक बार बलात्कार किए जाने की बात स्वीकार की है। जिन्होंने बलात्कार की बात स्वीकार की उनमें से आधे से कम ने कहा कि उन्होंने ऐसा एक से अधिक बार किया। जनवरी 2011 से दिसंबर 2012 के बीच एशिया के नौ स्थानों पर 10178 पुरुषों से बातचीत की गई। इनमें छह देश बांग्लादेश, चीन , कम्बोडिया, इंडोनेशिया , पापुआ न्यू गिनी तथा श्रीलंका शामिल हैं।
प्रश्नावली में बलात्कार शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया और पुरुषों ने स्वयं इससे संबंधित अन्य सवालों का जवाब दिया। पुरुषों से कुछ इस प्रकार के सवाल किए गए थे कि क्या आपने कभी अपने साथी से उस समय संभोग किया है जब उसकी इच्छा नहीं थी लेकिन आपको लगा कि वह राजी है क्योंकि वह आपकी पत्नी या प्रेमिका है।
एक अन्य सवाल था कि क्या आपने कभी किसी महिला या लड़की से ऐसे समय संसर्ग किया है जब वह इतने अधिक नशे में थी कि वह अपनी इच्छा अनिच्छा का इजहार ही करने में सक्षम नहीं थी। बीबीसी ने रिपोर्ट की लेखिका डॉक्टर एम्मा फ्लु के हवाले से बताया कि पुरुषों को लगता है कि बिना मर्जी के भी महिला के साथ संसर्ग करना उनका अधिकार है। दूसरा सामान्य कारण यह था कि बलात्कार को वे मनोरंजन का साधन मानते हैं , मजे के लिए करते हैं या क्योंकि वे बोर हो चुके हैं।
करीब 38 फीसदी पुरुषों ने इसलिए बलात्कार किया क्योंकि वे महिला को सजा देना चाहते थे और 27 फीसदी ने शराब के नशे में बलात्कार किया। केवल 55 फीसदी दोषियों को अपराध बोध हुआ जबकि केवल 23 फीसदी को ही बलात्कार के लिए जेल की सजा हुई।
सर्वेक्षण में यह बात भी सामने आई कि जिन पुरुषों ने खुद बचपन में हिंसा झेली, विशेष रूप से बचपन में यौन प्रताड़ना सही, उनके बलात्कार में शामिल होने की आशंका अधिक थी। किसी अनजान से बलात्कार करने वाले 58 फीसदी पुरुषों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पहली बार किशोरवय में बलात्कार किया था।
एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में पुरुषों के साथ बलात्कार की घटनाओं का प्रतिशत तीन फीसदी था और पापुआ न्यु गिनी, ग्रामीण बांग्लादेश, श्रीलंका और कम्बोडिया में इस प्रकार के मामले अधिक थे। रिपोर्ट लांसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुई है।
बेहद करीबी संबंधों में बलात्कार सर्वाधिक सामान्य बात है जहां एक तिहाई पुरुषों ने अपनी पत्नी या प्रेमिका के साथ बलात्कार की बात स्वीकार की है। रिपोर्ट के अनुसार, करीबी संबंधों में बलात्कार की औसत दर 24 फीसदी है। बांग्लादेश में यह 13 फीसदी और पापुआ न्यु गिनी में 59 फीसदी है।
सर्वेक्षण के दायरे में आए करीब एक तिहाई पुरुषों ने एक बार बलात्कार किए जाने की बात स्वीकार की है। जिन्होंने बलात्कार की बात स्वीकार की उनमें से आधे से कम ने कहा कि उन्होंने ऐसा एक से अधिक बार किया। जनवरी 2011 से दिसंबर 2012 के बीच एशिया के नौ स्थानों पर 10178 पुरुषों से बातचीत की गई। इनमें छह देश बांग्लादेश, चीन , कम्बोडिया, इंडोनेशिया , पापुआ न्यू गिनी तथा श्रीलंका शामिल हैं।
प्रश्नावली में बलात्कार शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया और पुरुषों ने स्वयं इससे संबंधित अन्य सवालों का जवाब दिया। पुरुषों से कुछ इस प्रकार के सवाल किए गए थे कि क्या आपने कभी अपने साथी से उस समय संभोग किया है जब उसकी इच्छा नहीं थी लेकिन आपको लगा कि वह राजी है क्योंकि वह आपकी पत्नी या प्रेमिका है।
एक अन्य सवाल था कि क्या आपने कभी किसी महिला या लड़की से ऐसे समय संसर्ग किया है जब वह इतने अधिक नशे में थी कि वह अपनी इच्छा अनिच्छा का इजहार ही करने में सक्षम नहीं थी। बीबीसी ने रिपोर्ट की लेखिका डॉक्टर एम्मा फ्लु के हवाले से बताया कि पुरुषों को लगता है कि बिना मर्जी के भी महिला के साथ संसर्ग करना उनका अधिकार है। दूसरा सामान्य कारण यह था कि बलात्कार को वे मनोरंजन का साधन मानते हैं , मजे के लिए करते हैं या क्योंकि वे बोर हो चुके हैं।
करीब 38 फीसदी पुरुषों ने इसलिए बलात्कार किया क्योंकि वे महिला को सजा देना चाहते थे और 27 फीसदी ने शराब के नशे में बलात्कार किया। केवल 55 फीसदी दोषियों को अपराध बोध हुआ जबकि केवल 23 फीसदी को ही बलात्कार के लिए जेल की सजा हुई।
सर्वेक्षण में यह बात भी सामने आई कि जिन पुरुषों ने खुद बचपन में हिंसा झेली, विशेष रूप से बचपन में यौन प्रताड़ना सही, उनके बलात्कार में शामिल होने की आशंका अधिक थी। किसी अनजान से बलात्कार करने वाले 58 फीसदी पुरुषों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पहली बार किशोरवय में बलात्कार किया था।
एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में पुरुषों के साथ बलात्कार की घटनाओं का प्रतिशत तीन फीसदी था और पापुआ न्यु गिनी, ग्रामीण बांग्लादेश, श्रीलंका और कम्बोडिया में इस प्रकार के मामले अधिक थे। रिपोर्ट लांसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुई है।
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