कहीं हमें न देखने पड़ जाएं ऐसे बुरे दिन
इस मामले की गंभीरता पर ध्यान दिलाने के लिए एक विज्ञापन एजेंसी ने हिंदू देवियों की तस्वीर का इस्तेमाल किया है। इसमें देवी लक्ष्मी, दुर्गा और सरस्वती को चोटिल दिखाया गया है।
विज्ञापन में तस्वीरों को दिखाकर कहा गया है कि प्रार्थना करें कि हम यह दिन कभी न देखें। आज, 68 प्रतिशत से अधिक महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार हैं। लगता है आने वाले समय में कोई भी महिला इस तरह के अपराध से नहीं बच पाएगी। यहां तक कि हमारी पूज्य देवियां भी नहीं।
इन तस्वीरों का उद्देश्य भारत में महिलाओं की दुर्दशा की ओर ध्यान दिलाना है। साथ ही महिलाओं और लड़कियों की मानव तस्करी पर भी ध्यान दिलाने का प्रयास किया गया है।
ये विज्ञापन चैरिटी 'सेव द चिल्ड्रन इंडिया' ने अपनी मानव तस्करी विरोधी पहल 'सेव अवर सिस्टर्स' को प्रोत्साहित करने के लिए जारी किए हैं। उनके अनुसार लड़कियों और महिलाओं की यौन शोषण के लिए तस्करी बेहद आम हो गई है।
इस अभियान के साथ ही चैरिटी अपने 'साहस केंद्र' लाइवलीहुड प्रोग्राम के जरिए भी पीड़ितों की मदद करती है। यह तस्करी कि शिकार पीड़ितों को काउंसलिंग और शिक्षा के जरिए मदद करता है।
इस अभियान में उनके साथ दो डिजाइजर्स लाविनिया ब्रेनन और लेडी नताशा रफस-इसाक्स भी शामिल हैं।
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