Monday, 9 September 2013

गणेश चतुर्थी:गणपति बप्‍पा मोरया, घर में पधारे गजानन जी

गणेश चतुर्थी:गणपति बप्‍पा मोरया, घर में पधारे गजानन जी

मुंबई, 9 सितम्बर 2013 | अपडेटेड: 10:30 IST

लालबागचा राजा
गणपति बप्पा के स्वागत के लिए भक्तों का इंतजार खत्म हुआ. सोमवार से शुरू हो रही गणेश चतुर्थी के लिए देश के तमाम शहरों में गणेश पूजन के लिए जबरदस्त तैयारी की गई है. मुंबई में गणपति पूजन पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए खास सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. बढ़ती महंगाई और बिगड़ैल मौसम का राज्य के सबसे बड़े सार्वजनिक उत्सव के उत्साह पर कोई प्रभाव नहीं देखा जा रहा. इस समारोह को सार्वजनिक रूप से मनाने की शुरुआत 1893 में स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी.
गणेश पूजा का आयोजन करने वाले कई संगठन इसके आयोजन, बीमा, सुरक्षा और इससे संबंधित पहलुओं पर करोड़ों रुपये खर्च करते हैं. उत्सव के विषयों में बालिकाओं के संरक्षण, दुष्कर्म का विरोध, महंगाई का दुष्प्रभाव और किसानों की आत्महत्या की त्रासदी से लेकर स्वास्थ्य और सुरक्षा तक शामिल हैं.
मुंबई के पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने कहा कि स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, त्वरित कार्रवाई बल, सीमा सुरक्षा बल, महाराष्ट्र पुलिस, यातायात पुलिस और संबद्ध संगठनों के करीब 30,000 सुरक्षाकर्मी अगले 10 दिनों तक लगातार निगाह रखेंगे.
सिंह ने कहा, ‘हमने उत्सवों के दौरान महिलाओं को प्रताड़ित किए जाने पर काबू पाने के लिए विशेष दस्ते का गठन किया है. महिलाओं की सुरक्षा में इसे सभी बड़े आयोजन स्थलों पर तैनात किया जाएगा.’
राष्‍ट्रपति-प्रधानमंत्री ने देश को बधाई दीगणेश चतुर्थी की पूर्वसंध्या पर राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश को बधाई दी. राष्‍ट्रपति ने लोगों से भारत को नवीन, न्यायपूर्ण और ध्यान रखने वाला देश बनाने के लिए ताजा प्रयास करने को कहा, जहां लोग प्रसन्नता और सौहार्द से रहें. मुखर्जी ने कहा कि भगवान गणेश के जन्म के अवसर पर मनाया जाने वाला यह त्योहार सभी वर्गों के लोगों को एक साथ लाता है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक संदेश में कहा कि इस त्योहार की परंपरा हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी हुई है जो हम सभी को बंधुत्व, एकता और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों के लिए प्रेरित करती है. उन्होंने कहा, ‘गणेश चतुर्थी हम सभी को देश निर्माण के लिए प्रतिबद्धता को प्रेरित करता है.’ उन्होंने कामना की कि यह त्योहार खुशी, समृद्धि, शांति और खुशहाली लाए.
पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाईआतंकी हमले की खुफिया सूचना के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने सोमवार से शुरू हो रहे गणेश उत्सव के लिए व्यापक सुरक्षा योजना बनाई है ताकि इस वार्षिक आयोजन के दौरान शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की चौकस निगाह रहे.
योजना के तहत पुलिस ने एक पहल-‘मुंबई के लिए 1 मिनट’- शुरू की है जो नागरिकों से अपील करती है कि वह केवल एक मिनट के लिए अपने आसपास नजर दौड़ाएं और अगर उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु या वाहन दिखाई दे तो हेल्पलाइन नंबर 100 अथवा 022-22633333 पर सूचना दें.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सदानंद दाते ने बताया, ‘हमने एक कड़ी सुरक्षा योजना बनाई है, लेकिन यह जनता के सहयोग से ही अधिक कारगर होगी, जिन्हें अपनी आंखें और कान खुले रखने होंगे.’ पुलिस ने पिछले महीने 6000 गणेश पंडाल आयोजकों को गणेश उत्सव के दौरान किए जाने वाले सुरक्षा उपायों और यातायात व्यवस्था की जानकारी देने संबंधी ब्यौरा प्रदान किया था. इसमें विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और आपदा नियंत्रण कक्षों के टेलीफोन नंबर भी शामिल थे.
उन्होंने बताया कि ‘लालबागचा राजा’ गणेश प्रतिमा के लिए विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं. यह शहर का सबसे लोकप्रिय मंडल है और यहां हर दिन एक से डेढ़ लाख तक श्रद्वालु विघ्नहर्ता के दर्शन करने आते हैं. लालबागचा राजा की सुरक्षा के लिए करीब 100 पुलिस अधिकारी, करीब 1000 सुरक्षाकर्मी और तीन अर्धसैनिक टुकड़ियों को खास तौर से तैनात किया गया है.
हालांकि दाते ने दावा किया कि आतंकी हमले की आशंका के बारे में कोई विशिष्ट खुफिया सूचना नहीं है, लेकिन एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘हमें जो सूचना मिली है, वह गंभीर है और उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता. महानगर पर आतंकी हमले की आशंका मंडरा रही है.’
गणेश उत्सव के दौरान शहर में सार्वजनिक स्थलों पर 6000 गणेश पंडाल स्थापित किए गए हैं और एक लाख से ज्यादा गणेश प्रतिमाएं लोग अपने घरों में स्थापित करने वाले हैं मुंबई पुलिस के 42,000 कर्मियों के अलावा रैपिड एक्‍शन फोर्स, बम स्‍क्‍वॉड, स्‍टेट रिजर्व पुलिस फोर्स, सेंटरल रिजर्व पुलिस फोर्स और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की टुकड़ियां भी तैनात की गई हैं.
उत्सव के दौरान सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए करीब सौ पुलिस अधिकारियों और 2,800 पुलिसकर्मियों को महाराष्ट्र के अन्य भागों से मुंबई बुलाया गया है. इसके अलावा करीब 2,500 होम गार्ड्स, 500 सिविल गार्ड्स, एनएसएस के 900 स्वयंसेवक और 400 एनसीसी कर्मी शहरभर में तैनात किए जाएंगे. सड़कों और तटों पर लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए करीब 37 निगरानी टॉवर बनाए जाएंगे.
बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के दिन समुद्र के किनारों पर करीब 400 गोताखोरों को भी तैनात किया जाएगा. पुलिस ने ऐसे 200 स्थानों का पता लगाया है जहां ज्यादा भीड़भाड़ रहती है, जबकि 52 स्थानों को संवेदनशील माना गया है. इन स्थानों पर हर वक्त पुलिस की मौजूदगी रहेगी. उत्सव के कारण सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.
सरकार ने चार दिन के लिए ध्‍वनि प्रदूषण को रोकने के लिए लगाई गई बंदिशें भी हटा ली हैं. 13 सितंबर की आधी रात के बाद से 14 सितंबर, 17 और 18 सितंबर को समारोह में लाउड स्पीकर चलाने की इजाजत दी गई है. 18 सितंबर को गणेश प्रतिमा विसर्जन का दिन है.


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